आत्मा और आत्मज्ञान

वेदांत दर्शन भारतीय दर्शन का एक प्रमुख अंग है, जो आत्मा (Atma) और ब्रह्म (Brahman) के संबंध में गहरी विचारधारा प्रस्तुत करता है। वेदांत का अर्थ है ‘वेदों का अंत’ या ‘वेदों का अंतिम…

प्रस्तावना जब हम जीवन और मृत्यु की गहराइयों में झाँकते हैं, तो एक महत्वपूर्ण प्रश्न सामने आता है — क्या आत्मा नश्वर है या अमर?भारतीय दर्शन और अध्यात्मिक परंपरा में आत्मा को अजर (जिसे…

प्रस्तावना मनुष्य का अस्तित्व केवल शरीर तक सीमित नहीं है। भारतीय दर्शन के अनुसार, हर जीवित प्राणी के भीतर एक शाश्वत और अमर तत्व होता है — आत्मा। शरीर और आत्मा का संबंध मानव…

प्रस्तावना मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य क्या है? भारतीय दर्शन और आध्यात्मिक परंपरा इस प्रश्न का उत्तर “आत्मज्ञान” में खोजती है। आत्मज्ञान का अर्थ केवल बाहरी दुनिया को जानना नहीं, बल्कि अपने स्वरूप को…

प्रस्तावना भारतीय दर्शन और अध्यात्मिकता में “आत्मा” का स्थान सर्वोच्च है। सदियों से ऋषि-मुनियों ने आत्मा के रहस्य को जानने और समझाने का प्रयास किया है। “आत्मा क्या है?” यह प्रश्न न केवल धार्मिक…

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