भक्ति और कीर्तन

हरि नाम, यानी भगवान श्रीहरि (विष्णु) का नाम लेना, केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि आत्मा की शुद्धि और जीवन परिवर्तन का अत्यंत शक्तिशाली…

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हरि नाम, यानी भगवान श्रीहरि (विष्णु) का नाम लेना, केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि आत्मा की शुद्धि और जीवन परिवर्तन का अत्यंत शक्तिशाली साधन है। यह लेख आपको बताएगा कि हरि नाम जप…

संकीर्तन भारतीय भक्ति परंपरा की एक अनूठी देन है। यह न केवल ईश्वर-भक्ति की अभिव्यक्ति है, बल्कि मानसिक शांति, सामाजिक एकता और आत्मिक उत्थान का भी सशक्त माध्यम है। संकीर्तन का प्रभाव आध्यात्मिक ही…

प्रस्तावना भारतीय सनातन संस्कृति में भक्ति को मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम मार्ग माना गया है। भक्ति का अर्थ है — ईश्वर के प्रति प्रेम, समर्पण और श्रद्धा।नवधा भक्ति (भक्ति के नौ रूप) एक ऐसा…

प्रस्तावना कीर्तन भारतीय अध्यात्मिक परंपरा का एक प्रमुख अंग है, जो भक्ति, संगीत और आत्म-साक्षात्कार का अद्भुत संगम है। संस्कृत में “कीर्तन” का अर्थ है “गुणों का गान करना”। सनातन धर्म में, कीर्तन न…

भक्ति का अर्थ “भक्ति” शब्द संस्कृत के “भज” धातु से आया है, जिसका अर्थ है – प्रेमपूर्वक सेवा करना, आदर करना या समर्पण करना। भक्ति केवल किसी देवी-देवता की पूजा नहीं, बल्कि एक दिव्य…

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