प्रस्तावना भारतीय ऋषियों और योगियों ने हजारों वर्षों पहले एक रहस्य को समझा था — वह समय जब ब्रह्मांड मौन होता है, जब चेतना की तरंगें शांत और ऊर्जावान होती हैं, उसे कहते…
प्रस्तावना भारतीय संस्कृति में व्रत (संयम) और उपवास (भोजन का त्याग) न केवल धार्मिक कर्तव्यों का हिस्सा हैं, बल्कि ये शरीर और आत्मा की गहन शुद्धि का साधन भी माने जाते हैं।आधुनिक विज्ञान…
प्रस्तावना हमारी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण भाग है नींद, जिसे हम अक्सर केवल शरीर के आराम से जोड़ते हैं। लेकिन भारतीय शास्त्रों के अनुसार, नींद केवल एक जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक…
प्रस्तावना आज की भागदौड़ भरी दुनिया में हम दूसरों से तो जुड़े रहते हैं, लेकिन खुद से कटते जा रहे हैं। भीड़ में रहकर भी भीतर एक खालीपन सा लगता है। इसी खालीपन…
प्रस्तावना सनातन धर्म में वाणी को देवी सरस्वती का रूप माना गया है। जो शब्द हम बोलते हैं, वे केवल ध्वनि नहीं होते, बल्कि एक ऊर्जा का संचार करते हैं। इसलिए भारतीय शास्त्रों…